चरण स्पर्श--एक संस्कार और फायदे ढेरों
चरण स्पर्श बड़ों का सम्मान करने का एक तरीका और संस्कार है. हमारे हिंदू धर्म में चली आ रही एक पुरानी परंपरा है. जो आज भी मानी जाती है और सदा मानी जाएगी.
अगर आप अपने से किसी बड़े का चरण स्पर्श करते हैं तो, आपके सम्मान करने का तरीका और संस्कार का पता चलता है कि आप के परिवार ने बड़ों के प्रति आपको क्या शिक्षा दी है.आप बड़ों का सम्मान कैसे और कितना करते हैं.
पर क्या आप जानते हैं कि आप चरण स्पर्श करके सामने वाले से क्या पा रहे हैं तो बता दूं चरण स्पर्श करने के बदले ढेरों आशीर्वाद प्राप्त होता है.जो हमारे बहुत काम आता है.
कहते हैं कि जहां पैसा काम नहीं आता है वहां आशीर्वाद और दुआ काम आती है. चरण स्पर्श करने के ढेरों फायदे हैं.... तो चलिए समझ लेते हैं इसे..ताकि हम मानने लगे कि चरण स्पर्श के कितने फायदे हैं......
1-- चरण स्पर्श से बहुत कुछ मिलता है -- चरण स्पर्श करने के बदले में बड़ों से आशीर्वाद के रूप में हमें बहुत कुछ मिलता है उनकी दुआ उनका प्यार आयु यश विद्या बल और ना जाने क्या-क्या जो हमारे बहुत काम आता है.
2-- संस्कार का पता चलता है-- सम्मान स्वरूप चरण स्पर्श करने से व्यक्ति के संस्कार का पता चलता है कि वह किस तरह का है. परिवार ने शिक्षा के रूप में उसे क्या-क्या दिया है.उसमे बड़ों का सम्मान करना भी शामिल होता है कि हमे बड़ों का सम्मान भी करना चाहिए.
3-- इच्छा की पूर्ति-- बड़ों के चरण स्पर्श करने से जो हमें आशीर्वाद मिलता है उससे हमारी इच्छा की पूर्ति होती है. उनके आशीर्वाद देने से हमारे काम बनते हैं.
4-- ग्रहों का साथ -- माना जाता है कि बड़ों के चरण स्पर्श करने से ग्रहों नक्षत्रों का भी साथ मिलता है. कई बार ग्रह बुरे प्रभाव देते हैं. लेकिन हम चरण स्पर्श करने से जो आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, उससे यह ग्रह हमें अनुकूल फल देने लगते हैं. इससे असफलता सफलता में बदल जाती है.
5-- एनर्जी प्राप्त होती है -- माना जाता है कि बड़ों के चरण स्पर्श करने से जब हमारे बड़े आशीर्वाद स्वरुप हमारे सिर पर हाथ रखते हैं तो उन के द्वारा पॉजिटिव एनर्जी आशीर्वाद के रूप में प्राप्त होती है और हमारे शरीर में प्रवेश करती है.इससे एनर्जी की प्राप्ति के साथ-साथ मानसिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है जो हमारे बहुत काम आता है.
6-- अहम कम होता है -- चरण स्पर्श करने से व्यक्ति का अहम कम होता है.व्यक्ति बड़ों के आगे झुकता है इसी कारण से यह नियम और संस्कार बनाए गए हैं.ताकि अपनों से बड़ों का सम्मान किया जा सके.
7-- सकारात्मकता बढ़ती है -- चरण स्पर्श करने से हमारे अंदर सकारात्मकता का भाव बढ़ता है.हमारे शुभ कर्मों में बढ़ोतरी होती है जिससे आगे हमारा भला और अच्छा होता है.
8-- बिगड़े काम बनते हैं-- चरण स्पर्श करने से हमें जो बड़ों से दुआ मिलती है वह हमारे बिगड़े काम बनाती है.परेशानी खत्म होती है. नकारात्मकता दूर होती है हमारी रक्षा होती है.
9-- मनोबल में बढ़ोतरी -- कभी-कभी व्यक्ति बहुत निराश हो जाता है और मनोबल कमजोर पड़ जाता है.पर अपने बड़ों के चरण छूने से उनसे आशीर्वाद से मनोबल की बढ़ोतरी होने लगती है आत्मबल बढ़ता है.
उनका स्नेह आशीष हमारे अंदर खुशी का संचार करती है जो हमें हिम्मत और शक्ति प्रदान करती है और हमें सफलता देती है. मन को शांत करती है.बड़ों का आशीर्वाद हमारी सुरक्षा करती है.
10-- नम्रता और आदर का विकास होता है -- जब कोई भी व्यक्ति अपनों से बड़ों का चरण स्पर्श करता है तो,उसके अंदर नम्रता और आदर का विकास होता है. जो हमारे अंदर खुशी का प्रबाह करता है क्योंकि आशीर्वाद से मन और भाव दोनों प्रसन्न होते हैं.
इसलिए हमें अपनों से बड़ों के चरण स्पर्श अवश्य करने चाहिए ताकि उनके दिए आशीर्वाद से हमें सफलता यश आयु सुख सौभाग्य आदि प्राप्त हो सके. हमारे बिगड़े काम बने और हमारे अंदर सम्मान आदर की भावना बढ़े. और हमारे अंदर बड़ों के प्रति नम्रता और झुकाव हो. हमारे जीवन में सुख समृद्धि आए.
आपको मेरे लेख में दी हुई जानकारी कैसी लगी..कृपया कमेंट जरूर करें....
धन्यवाद!!🙏🙏🙏🙏🙏
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